और भारत को खुशहाल बनाए विश्व में इसका पंचम लहराए।। और भारत को खुशहाल बनाए विश्व में इसका पंचम लहराए।।
मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओर !! पूर् मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओ...
जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें। जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें।
देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने । देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने ।
मिले राह में काँटे तो मैं फूल समझकर रास्ता पार कर जाऊँ मिले राह में काँटे तो मैं फूल समझकर रास्ता पार कर जाऊँ
माँ वसुंधरा ने सिखाया है... वसुधैव कुटुम्बकम। माँ वसुंधरा ने सिखाया है... वसुधैव कुटुम्बकम।